tag:blogger.com,1999:blog-5483928155893967766.post8278585062823170977..comments2023-10-14T13:17:23.800+05:30Comments on मन का गुबार : भ्रष्टाचार की जड़ शायद सविता मिश्रा 'अक्षजा'http://www.blogger.com/profile/16410119759163723925noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5483928155893967766.post-19357531631462032332013-12-06T19:31:39.351+05:302013-12-06T19:31:39.351+05:30बहुत सही बात कहीं आपने ...सब नियम ऐसे बनते हैं जैस...बहुत सही बात कहीं आपने ...सब नियम ऐसे बनते हैं जैसे उन पर ना आंच आये ..नियम बनाने वाले कोई न कोई तोड़ अवश्य रखते हैं|<br />आभार दिल से सविता मिश्रा 'अक्षजा'https://www.blogger.com/profile/16410119759163723925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5483928155893967766.post-23950919374963332412013-12-06T12:31:04.213+05:302013-12-06T12:31:04.213+05:30अब संविधान के नियम भी तो यही नेता बनाते हैं ...क्य...अब संविधान के नियम भी तो यही नेता बनाते हैं ...क्या किया जाय.<br /><br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5483928155893967766.post-41788757989712529912013-12-05T19:09:58.121+05:302013-12-05T19:09:58.121+05:30हटाने की सोच ले रहे हैं काफी नहीं है क्या ? :)हटाने की सोच ले रहे हैं काफी नहीं है क्या ? :)सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com