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फ़रवरी 22, 2018

कुछ मन की

नया मौसम भी कम ख़ुशगवार नहीं
खिलखिलाइयें कि आप वर्तमान में हैं😜

बस दिमाग है कभी कभी नहीं चलता। 
#sm

--००--

हम तेरे हुए तो क्या! तू मेरा हो जाये तो बात बने!!

#sm मन लागा यार...

--००--

मेरी जिंदगी की शाम हो तो ऐसी हो 
कि 

अभी अभी हुआ भोर हो की जैसी हो। #sm
-
शाम हो अभी अभी हुआ भोर हो की जैसी हो।

1 टिप्पणी:

'एकलव्य' ने कहा…

निमंत्रण

विशेष : 'सोमवार' १९ मार्च २०१८ को 'लोकतंत्र' संवाद मंच अपने सोमवारीय साप्ताहिक अंक में आदरणीया 'पुष्पा' मेहरा और आदरणीया 'विभारानी' श्रीवास्तव जी से आपका परिचय करवाने जा रहा है।

अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/