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जून 02, 2017

दरार- muktak

दोगलेपन की भरमार बहुत
दुश्मनों की खरपतवार बहुत
बहुत से लोग शर्तो पर ही जीते
दरो -दीवार में हैं दरार बहुत |
@सविता मिश्रा 'अक्षजा'यूँ ही

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