महिला दिवस की ढेरों शुभ कामनाएं..........
नारी तू संस्कारित नारी है
नर सदा तेरा आभारी है
कहें न मुख से भले ही
यह उसकी लाचारी है
अहम उसका भारी है
आत्मा तो फिर भी जानी है
नारी तू सुकोमल नारी है
नर के बीच तू जानी मानी है
दिल उसका सदा करता बेईमानी है
मुख बोले न उसके इसकी हैरानी है
नहीं करता तेरा गुणगान
यह उसकी नादानी है
कैसे कर दे यह कर्म वह
क्योंकि बहुत ही अभिमानी है
बोले कोई नर या ना बोले पर
नारी तू सदा नर पर भारी है
नारी तू आदरणीय नारी है
नर सदा तेरा आभारी है
नारी तू जग में सबसे प्यारी है
नर सदा तुझपर ही तारी है |
सविता मिश्रा 'अक्षजा'
नारी तू संस्कारित नारी है
नर सदा तेरा आभारी है
कहें न मुख से भले ही
यह उसकी लाचारी है
अहम उसका भारी है
आत्मा तो फिर भी जानी है
नारी तू सुकोमल नारी है
नर के बीच तू जानी मानी है
दिल उसका सदा करता बेईमानी है
मुख बोले न उसके इसकी हैरानी है
नहीं करता तेरा गुणगान
यह उसकी नादानी है
कैसे कर दे यह कर्म वह
क्योंकि बहुत ही अभिमानी है
बोले कोई नर या ना बोले पर
नारी तू सदा नर पर भारी है
नारी तू आदरणीय नारी है
नर सदा तेरा आभारी है
नारी तू जग में सबसे प्यारी है
नर सदा तुझपर ही तारी है |
सविता मिश्रा 'अक्षजा'
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