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मई 23, 2017

भूली नहीं हूँ-(do line)

 भूली नहीं हूँ कुछ भी मैं दिले नादान से
याद नहीं करना चाहती तुम्हें बस दिमाग से।

||सविता मिश्रा 'अक्षजा'।।

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