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अक्तूबर 03, 2016

.~हम बच्चे हैं~


हम बच्चे है, इतिहास पढ़ने में कच्चे है|
पर सदा ही अपनी बात के पक्के है|
इतिहास हैं कि बढ़ता ही जाता है
रोकेंगे हम इसे बढ़ने से
कभी वीर लड़े थे स्वंत्रता को
हम बच्चे इतिहास से लड़ेंगे|

लड़ेंगे भी लेकिन कैसे
लड़ने से इतिहास बढेगा
हमारी लड़ाई भी उसमें
लिख दी जाएगी विस्तार से
रोकेंगे हम फिर कैसे और
बचेंगे इसके हम बोझिल विस्तार से |

यह बढ़ता ही जा रहा
एक परिवार की तरह
हम न लड़ेंगे और
न ही लड़ने देंगे किसी को|

बस इसी तरह रोकेंगे
बढ़ने से इतिहास को|
देंगे अगली पीढ़ी को हम
इतिहास की पुस्तकें पतली|
हम बच्चे हैं इतिहास पढ़ने में कच्चे है|
पर सदा ही अपनी बात के पक्के है| सविता मिश्रा

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